Friday, November 23, 2012

 दादा बाल ठाकरे ,

आज आप नहीं रहे , पूरा मुल्क आपके लिए रो रहा है , काश हम भी न रहते और अगर है तो ये सोचने की जरूरत है की दुनिया बाल ठाकरे की विचारधाराओ से प्रभावित होगी , दुखी होगी या फिर उसे कैश करने की कोशिश में लग जायेगी , राज ठाकरे ने उनकी समाधी बनने को लेकर राजनीति शुरू कर ही दी है , बाल ठाकरे 26/11 को याद करो , हेमंत करकरे 26/11 को याद करो , 

दुनिया  के हिन्दुओ , आज की तारिख को याद करो , की एक बुड्ढा शेर था जो इस दुनिया को अलविदा कह गया , कार्टून से लेकर सामना तक जो चाहा वो कर गया , अब ये तुम्हारे ऊपर निर्भर करता है की तुम उस मराठी मानुष के लिए कुछ कर पाओगे या फिर वो जो दुनिया चाहती है वो या जो वो खुद चाहता  था वो .......

इस प्रश्न की उत्तर की प्रतीक्षा में आपका   

सुरेश मोकलपुरी